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सुसाइड ऑफ अ " रेपिस्ट ?"

4.6
12680

The story is in the question mark of the title. शीर्षक में जो प्रश्नवाचक चिन्ह देख रहे हैँ आप, कहानी उसी में है ।

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लेखक के बारे में
author
Shankar

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समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Julia Yousufzai
    27 फ़रवरी 2022
    दारोग़ा जी ने पहले ही बेटे को थप्पड़ मारा होता तो जान से मारने की नौबत नहीं आती और ना ही निर्दोष राजकुमार को ज़हर खाना पड़ता. कहानी का अंत सही नहीं है.
  • author
    22 मई 2020
    प्रेरक।....किंतु जब दरोगा जी की अंतरातमा जाग्रत हो चुकी थी तो अंत कानूनसंगत भी हो सकता था।
  • author
    ram garg
    23 मार्च 2018
    हे मुन्ना अच्छी कहानी लिखी हो बे
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    Julia Yousufzai
    27 फ़रवरी 2022
    दारोग़ा जी ने पहले ही बेटे को थप्पड़ मारा होता तो जान से मारने की नौबत नहीं आती और ना ही निर्दोष राजकुमार को ज़हर खाना पड़ता. कहानी का अंत सही नहीं है.
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    22 मई 2020
    प्रेरक।....किंतु जब दरोगा जी की अंतरातमा जाग्रत हो चुकी थी तो अंत कानूनसंगत भी हो सकता था।
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    ram garg
    23 मार्च 2018
    हे मुन्ना अच्छी कहानी लिखी हो बे