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सुबह का प्यार

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🪷आप वजह बनी हो सुकून की, जिससे दिल को खुशी मिलती है ... ऐसी आनेवाली रोजकी रोशनी में , सुबह का प्यार होता है। कही आप किसी दिलके मेहमान तो नही, क्यों लग रहा है कोई आपके बिना ...

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लेखक के बारे में
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Nitin Ingale

ओ विर ही क्या जिसके सामने शृंगार अपनी पलके ना झुकाए, और ओ शृंगार ही क्या जिसके सामने विर अपनी तलवार ना डालदे।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    chandrakant जपे "शामराव"
    04 अप्रैल 2025
    सुंदर
  • author
    04 अप्रैल 2025
    अप्रतिम सुंदर
  • author
    sachin A "Sachu"
    04 अप्रैल 2025
    👌👌👌👌
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    chandrakant जपे "शामराव"
    04 अप्रैल 2025
    सुंदर
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    04 अप्रैल 2025
    अप्रतिम सुंदर
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    sachin A "Sachu"
    04 अप्रैल 2025
    👌👌👌👌