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सुबह 3 बजे

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रात में अचानक दीपक की नींद टूट गई, अजीब सी घबराहट हो रही थी और दिसम्बर के मौसम में भी उसे पसीना आ गया था। उसे उजाले में नींद नहीं आती इसलिए वो हमेशा बत्तियाँ बुझाकर ही सोता था जिसकी वजह से कमरे में ...

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लेखक के बारे में
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Surya Singh

गाँव से हूँ और गँवार भी।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Deepu thakur 3200
    15 जून 2022
    आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी
  • author
    Mehul Kumar
    23 जून 2022
    सर, आपने तो बहुत ही ठीक कहानी को विस्तृत रूप दिया है।काफी पसंद आया है हमे आपका तरीका।
  • author
    Dr.Aradhana Neekhara
    26 जून 2022
    कहानी अच्छी लगी । परन्तु भूत के नाम से डरती हूं
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    Deepu thakur 3200
    15 जून 2022
    आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी
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    Mehul Kumar
    23 जून 2022
    सर, आपने तो बहुत ही ठीक कहानी को विस्तृत रूप दिया है।काफी पसंद आया है हमे आपका तरीका।
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    Dr.Aradhana Neekhara
    26 जून 2022
    कहानी अच्छी लगी । परन्तु भूत के नाम से डरती हूं