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सौतेली मैय्या

4.6
40002

माँ सिर्फ मां होती है, सौतेली और सगी नहीं, ये साबित किया करन की इस मैय्या ने..

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लेखक के बारे में
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लता शर्मा

तुम आए जिंदगी में, जिंदगी फूलों सी हो गई, हर पल महकी महकी सी रहूं, मैं जैसे कोई इत्र हो गई.. मिले हो तुम जबसे दिल कहे, हां, सखी तुझे भी मुहब्बत हो गई..😘 ©सखी

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Monika Dutt
    08 ফেব্রুয়ারি 2020
    कहानी तो अच्छी है पर हर सौतेली माँ अच्छी नहीं होती।मेरी सौतेली मां ने हम बच्चों को अपने ही पिता से पराया कर दिया अब तो वो भी सौतेला व्यवहार करते हैं
  • author
    Tazeem Ahmad
    08 ফেব্রুয়ারি 2020
    कहानी अच्छी लगी। मां तो मां होती है। उसे सगा सौतेला नहीं बनना चाहिए। मगर ऐसा देखने को मिलता नहीं है।शायद ही कोई अब्राहम लिंकन की मां जैसी मां हो।
  • author
    Subhash Chandra Shukla
    08 ফেব্রুয়ারি 2020
    रैगिंग एक होनहार छात्र को कैसे निर्बल कर देती है,इस कथा के माध्यम से पता चलता है। कहानी का अंत सुखांत है इसलिए कहानी अच्छी लगी।
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    Monika Dutt
    08 ফেব্রুয়ারি 2020
    कहानी तो अच्छी है पर हर सौतेली माँ अच्छी नहीं होती।मेरी सौतेली मां ने हम बच्चों को अपने ही पिता से पराया कर दिया अब तो वो भी सौतेला व्यवहार करते हैं
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    Tazeem Ahmad
    08 ফেব্রুয়ারি 2020
    कहानी अच्छी लगी। मां तो मां होती है। उसे सगा सौतेला नहीं बनना चाहिए। मगर ऐसा देखने को मिलता नहीं है।शायद ही कोई अब्राहम लिंकन की मां जैसी मां हो।
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    Subhash Chandra Shukla
    08 ফেব্রুয়ারি 2020
    रैगिंग एक होनहार छात्र को कैसे निर्बल कर देती है,इस कथा के माध्यम से पता चलता है। कहानी का अंत सुखांत है इसलिए कहानी अच्छी लगी।