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*सोलह सुख* 🌷🌻🌷🌻🌷🌻🌷

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🌷🌻🌷🌻🌷🌻🌷 *सोलह सुख *      *पहला सुख निरोगी काया।* *दूजा सुख घर में हो माया।* *तीजा सुख कुलवंती नारी।* *चौथा सुख सुत आज्ञाकारी।* *पाँचवा सुख सदन हो अपना।* *छट्ठा सुख सिर कोई ...

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लेखक के बारे में
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Vinay Sinha

शून्य से शून्य तक की यात्रा का प्रयास करता हूं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Priyanka गर्ग
    10 नवम्बर 2021
    अच्छा लिखा आपने 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    💖 Sonal. C
    10 नवम्बर 2021
    बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति
  • author
    Jyoti Saini "क्वीन"
    10 नवम्बर 2021
    nice
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    Priyanka गर्ग
    10 नवम्बर 2021
    अच्छा लिखा आपने 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    💖 Sonal. C
    10 नवम्बर 2021
    बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति
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    Jyoti Saini "क्वीन"
    10 नवम्बर 2021
    nice