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सोई हुई नींद

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रात की नींद और नींद की रात दोनों एक दूसरे के लिए बने हैं । कहीं किसी जगह पढ़ने को मिला था - - नींद थोड़े समय के लिए मौत है और मौत एक लंबी सी नींद है । मौत एक चीर निद्रा है , नींद एक विश्राम है । ...

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लेखक के बारे में
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Sudhir Kaushik

पढ़ना, जानना, मनन करना, समझना .............

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    15 మే 2022
    वाह वाह वाह वाह वाह 👌👌👌 कितने वाह कहूं इस रचना के लिए। हर एक शब्द हर एक वाक्य पर जो व्यंग दिया है आपने । लाजवाब बेमिसाल। आपकी रचना पढ़कर मुझे 'हरिशंकर परसाई' की याद आ गई।
  • author
    Sarita
    15 మే 2022
    👌👌👌👌👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏
  • author
    बहुत सुंदर रचना लिखा आपने 👌👌👌👏👏👏👏
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    15 మే 2022
    वाह वाह वाह वाह वाह 👌👌👌 कितने वाह कहूं इस रचना के लिए। हर एक शब्द हर एक वाक्य पर जो व्यंग दिया है आपने । लाजवाब बेमिसाल। आपकी रचना पढ़कर मुझे 'हरिशंकर परसाई' की याद आ गई।
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    Sarita
    15 మే 2022
    👌👌👌👌👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏
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    बहुत सुंदर रचना लिखा आपने 👌👌👌👏👏👏👏