pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

लघुकथा / बाबू

4.1
1381

उसका असली नाम दुर्गेश दत्त था, यह बात मुझे आज ही मालूम हुई। मैं ही क्या जब मैं वहां पढ़ता था तब स्कूल में सब बच्चे बड़े उसे गुड्डू के नाम से ही बुलाते थे। आज बरसों बाद बेटे के एडमिशन के लिए स्कूल ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
मनमोहन कौशिक
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amit Kansal
    27 फ़रवरी 2020
    end could be better. lagta hai ekaek ho gaya
  • author
    Vinay Tiwari
    16 फ़रवरी 2020
    average
  • author
    Rehan Aabid Ali "राक"
    03 जुलाई 2019
    अच्छी कहानी बोलूंगा तो इस घटना का अपमान करूँगा, भगवान मरने वाले को शान्ति दे और उसके हत्यारों को सज़ा दे
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amit Kansal
    27 फ़रवरी 2020
    end could be better. lagta hai ekaek ho gaya
  • author
    Vinay Tiwari
    16 फ़रवरी 2020
    average
  • author
    Rehan Aabid Ali "राक"
    03 जुलाई 2019
    अच्छी कहानी बोलूंगा तो इस घटना का अपमान करूँगा, भगवान मरने वाले को शान्ति दे और उसके हत्यारों को सज़ा दे