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**** सिपाही औरंगजेब ****

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देश के शहीद सिपाही के नाम, एक छोटी सी मेरी रचना।

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लेखक के बारे में
author
Sriram Rajagopalan Iyengar

I write what I feel and simply put the language is simple.

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Renu
    20 मार्च 2019
    प्रिय श्री राम जी -- आपकी ये रचना बहुत ही भावुक कर देने वाली है |वीर जवान औरंगजेब की शहादत पुरे भारतवर्ष को झझकोर गई | मैंने भी उनका अंतिम समय का वीडियो देखा था और उनके सम्मान में कुछ पंक्तियाँ मेरे गूगल प्लस पर शेयर की थी | आपकी ये रचना एक सैनिक का दुसरे सैनिक को सम्मान तो है ही साथ में करुणमना कवि की संवेदनशीलता की प्रतीक रचना है | सस्नेह आभार और नमन उन वीर जवानों को जो अपनी खुशियाँ समर्पित कर माँ भारती की शान बढ़ा गये | वीर जवान औरंगजेब को समर्पित मेरी कुछ पंक्तियाँ ----------- माँ भारत का लाल था - वो बेमिसाल था ; मौत थी जब सामने - ना मुख पे मलाल था ! वीर माँ का जना था तभी पर्वत सा तना था सिंह पूत वो निर्भय था हुआ शत्रु को भय घना था ईद थी रमजान था - कब वहशी को ध्यान था ; खुदगर्जी में चूर - वो एक शैतान था !! ना परवाह की जान की सर्वोच्च बलिदान दे दिया - मिट स्वाभिमान से - मातृभूमि को सम्मान दे दिया
  • author
    Vijay Kumar Soni
    20 मार्च 2019
    सुंदर भाव। होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
  • author
    Manisha Raghav
    20 मार्च 2019
    speachless अनमोल
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  • author
    Renu
    20 मार्च 2019
    प्रिय श्री राम जी -- आपकी ये रचना बहुत ही भावुक कर देने वाली है |वीर जवान औरंगजेब की शहादत पुरे भारतवर्ष को झझकोर गई | मैंने भी उनका अंतिम समय का वीडियो देखा था और उनके सम्मान में कुछ पंक्तियाँ मेरे गूगल प्लस पर शेयर की थी | आपकी ये रचना एक सैनिक का दुसरे सैनिक को सम्मान तो है ही साथ में करुणमना कवि की संवेदनशीलता की प्रतीक रचना है | सस्नेह आभार और नमन उन वीर जवानों को जो अपनी खुशियाँ समर्पित कर माँ भारती की शान बढ़ा गये | वीर जवान औरंगजेब को समर्पित मेरी कुछ पंक्तियाँ ----------- माँ भारत का लाल था - वो बेमिसाल था ; मौत थी जब सामने - ना मुख पे मलाल था ! वीर माँ का जना था तभी पर्वत सा तना था सिंह पूत वो निर्भय था हुआ शत्रु को भय घना था ईद थी रमजान था - कब वहशी को ध्यान था ; खुदगर्जी में चूर - वो एक शैतान था !! ना परवाह की जान की सर्वोच्च बलिदान दे दिया - मिट स्वाभिमान से - मातृभूमि को सम्मान दे दिया
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    Vijay Kumar Soni
    20 मार्च 2019
    सुंदर भाव। होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
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    Manisha Raghav
    20 मार्च 2019
    speachless अनमोल