मैं तो तुम्हारी शुभचिंतक हूं काव्या इसलिए तुम्हे बता रही हूं कि अपने पति को ज्यादा देर बाहर मत रहने दिया करो। ज़माना बड़ा खराब है वो सरिता हमेशा डोरे डालती रहती है तुम्हारे पति पर। काव्या की ...
लिखने का हुनर तो नहीं वरन् शौक ज़रूर है,
बचपन से ही लिखने की शौकीन रही हूं,
सोचती थी क्या लिखूं ऐसा जो ज़िंदगी को
देखने के मेरे नजरिए को लोगो तक पहुंचाए,
प्रतिलिपि जी से मिले है अब तो ये अरमान भी पूरा होने को है।🙏🙏🙏🙏
सारांश
लिखने का हुनर तो नहीं वरन् शौक ज़रूर है,
बचपन से ही लिखने की शौकीन रही हूं,
सोचती थी क्या लिखूं ऐसा जो ज़िंदगी को
देखने के मेरे नजरिए को लोगो तक पहुंचाए,
प्रतिलिपि जी से मिले है अब तो ये अरमान भी पूरा होने को है।🙏🙏🙏🙏
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
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