pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कहानी - श्रद्धांजलि

4.6
22660

<p>ड्राइंग रूम की सामने की दीवार पर हार चढ़ी हुई नैना की बड़ी सी तस्वीर टंगी है। तस्वीर देखकर ऐसा लगता है जैसे नैना की आँखें किसी की प्रतीक्षा कर रहीं हैं। अभी आसमान में सूर्यदेव प्रकट ही हुए हैं। ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

जन्म- 3 अगस्त, 1971, हाथरस उ.प्र. शिक्षा- एम.ए (संस्कृत, अंग्रेज़ी), बी.एड प्रसारण- आकाशवाणी गुना से आलेख प्रसारित एवं विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में कहानी, कविता, आलेख आदि प्रकाशित प्रकाशन- ‘‘बालगीत सोपान’’ बाल कविता संग्रह राजेश्वरी प्रकाशन गुना पुरस्कार- राष्ट्रपति पुरस्कार (स्काउट एण्ड गाइड), बैस्ट टीचर नेशनल एवॉर्ड (यू.एस.एम. इन्दौर), अखिल भारतीय कुलश्रेष्ठ सभा द्वारा अलीगढ़ में कुलश्रेष्ठ रत्न सम्मान, साहित्य के क्षेत्र में विभिन्न पुरस्कार संप्रति- क्राइस्ट सी. से. स्कूल, गुना संपर्क- नीड़, गली नं. 1, आदर्श कॉलोनी, गुना, म.प्र., पिन-473001 दूरभाष- 07542-256889 मोबा.- 09407228314 ई मेल[email protected]

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    अभिषेक कुमार
    30 जनवरी 2018
    Heart touching story
  • author
    Kanti chandra Pathak
    12 अप्रैल 2022
    अति सुन्दर शिक्षाप्रद नैना वह आकाश के सच्चे प्रेम की कहानी के लिए लेखिका जी को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद
  • author
    Govind Shukla
    09 अगस्त 2020
    ye to hona hi tha aakhr parivar se viswasght aur dhukhi karke koi kese khus rah sakta h
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    अभिषेक कुमार
    30 जनवरी 2018
    Heart touching story
  • author
    Kanti chandra Pathak
    12 अप्रैल 2022
    अति सुन्दर शिक्षाप्रद नैना वह आकाश के सच्चे प्रेम की कहानी के लिए लेखिका जी को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद
  • author
    Govind Shukla
    09 अगस्त 2020
    ye to hona hi tha aakhr parivar se viswasght aur dhukhi karke koi kese khus rah sakta h