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शेष विहार

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4.8

“शेष विहार ” मैं समय हूँ । मौन रहकर युगों को आते जाते देखना मेरे लिए एक सामान्य प्रक्रिया है अपनी अनुभवी आँखों से मैं  सिर्फ देख सकता हूँ । अच्छे बुरे किसी भी ...