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हिन्दी

शेरी

4.6
8163

शाम को आते ही पिता जी नें एक थैली घर में पटकी l "पापा ये क्या है ?" प्रश्न सामान्य था, और हिलती डुलती सी उस कपड़े की थैली के लिये उपयुक्त भी l "खोल के देख लो l" पिता जी मुस्कुरा रहे थे,जैसे शरारत ...

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लेखक के बारे में
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विकास भान्ती

हेलो दोस्तों, मेरा नाम विकास भान्ती है । मूल रूप से कानपुर से हूँ पर नौकरी ने सोनीपत, मनेसर, बरेली, अलीगढ, धार, बस्ती, आगरा और अब फिर से बरेली जैसे अलग अलग शहरों में रहने का मौका दिया । जितनी ज्यादा जगहें उतनी अलग अलग संस्कृतियाँ और साथ ही उतना ही ज्यादा अनुभव । मूलतः मुझे सामाजिक कहानियाँ लिखने का शौक है पर प्रतिलिपि ने मुझे पाठकों की पसंद के हिसाब से लिखना सिखाया । कुछ लोग बिलकुल शुद्ध हिंदी लिखने में गर्व अनुमव करते है, मेरा मानना है कि भाषा वो लिखी जाए जो मूरख से मूरख को भी आघात करे । लेखिनी में आघात करने की क्षमता होना बहुत ज़रुरी है नहीं तो वो बस कलम बन कर रह जाती है और कलम सिर्फ घिसने के काम आती है । मैं मूल रूप से सिविल इंजीनियर हूँ और इस समय एक प्रतिष्ठित कंपनी में अच्छे पद पर हूँ । पर दिल करता है कि नौकरी छोड़ फुल टाइम राइटर बन जाऊं । बाकी भविष्य तो उसके हाथ में है ।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    06 जून 2019
    परिवार के सदस्य जैसे पालतू शेरी की बहुत मार्मिक रचना है, सच यह जानवर चाहे कोई भी हो कभी कभी इंसानों से भी ज़्यादा वफादारी निभा जाते हैं, और इंसानों को इंसानियत का सबक़ भी सिखा जाते हैं, शायद सच ही है ईश्वर इन्हें हमारी मदद को ही भेजता है, उत्तम अति उत्तम 🙏👌👌
  • author
    Moni Jain
    12 सितम्बर 2018
    😢😢😢 शेरी .... विकास जी आपकी कहानी ने तो रुला ही दिया
  • author
    Kavya Bharti
    12 सितम्बर 2018
    very sad 🙁
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    06 जून 2019
    परिवार के सदस्य जैसे पालतू शेरी की बहुत मार्मिक रचना है, सच यह जानवर चाहे कोई भी हो कभी कभी इंसानों से भी ज़्यादा वफादारी निभा जाते हैं, और इंसानों को इंसानियत का सबक़ भी सिखा जाते हैं, शायद सच ही है ईश्वर इन्हें हमारी मदद को ही भेजता है, उत्तम अति उत्तम 🙏👌👌
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    Moni Jain
    12 सितम्बर 2018
    😢😢😢 शेरी .... विकास जी आपकी कहानी ने तो रुला ही दिया
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    Kavya Bharti
    12 सितम्बर 2018
    very sad 🙁