जीवन की भाग-दौड़ में - क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है.. हँसती-खेलती जिंदगी भी आम हो जाती है.. एक सवेरा था जब हम हँस कर उठते थे.. और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है.. ✍️✍️✍️ ...
Delhi में job के साथ साथ study करता हूँ उसके बाद जो थोड़ा समय मिलता हैँ तो लिख लेता हूँ........
ज्यादा तो नहीं लेकिन जो भी लिखता हुँ, दिल से लिखता हुँ और कोशिश यही रहती है की मेरा लिखा हुआ सबको पसंद आये..... 🙏🙏🙏
निर्मल शब्द मैंने अपने स्वर्गीय माँ निर्मला देवी जी के नाम से लिया है..
आज वो मेरे साथ तो नहीं है लेकिन उनका नाम मेरे साथ हमेशा रहेगा 🙏🙏🙏
सारांश
Delhi में job के साथ साथ study करता हूँ उसके बाद जो थोड़ा समय मिलता हैँ तो लिख लेता हूँ........
ज्यादा तो नहीं लेकिन जो भी लिखता हुँ, दिल से लिखता हुँ और कोशिश यही रहती है की मेरा लिखा हुआ सबको पसंद आये..... 🙏🙏🙏
निर्मल शब्द मैंने अपने स्वर्गीय माँ निर्मला देवी जी के नाम से लिया है..
आज वो मेरे साथ तो नहीं है लेकिन उनका नाम मेरे साथ हमेशा रहेगा 🙏🙏🙏
रिपोर्ट की समस्या
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