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शालू जी

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शालू जी शालीन हमारी शालू जी,प्यारे अरविंद जी को भाई है मोहक है मुस्कान आपकी, चितवन भी ललचाई है। राधारानी की दीवानी ये,प्रेमज्योति मन में जगाई है। सुघड़ स्वरूप है आपका, गोपी सी ...

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लेखक के बारे में
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anshul singhal

बहुत कुछ है कहने को, कहने दो आग का दरिया हूं, मुझे बहने दो, मुझे बहने दो।

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    08 जून 2020
    nice ji
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    08 जून 2020
    nice ji