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*शालिनी दीदी* (कहानी)

4.7
260

मीनल के अरुण, सुधीर और मयंक नामक 25, 23 और 16 साल के  तीन बेटे थे। अरुण और सुधीर लगभग हमउम्र थे चूँकि उनमें केवल दो वर्ष का अंतर था, किन्तु मयंक सबसे छोटा और सबका लाडला था। पति के जाने के बाद ...

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लेखक के बारे में
author
Neelofar Neelu

एक नवोदित कवयित्री, शायरा और लेखिका। मुझे पुराने क्लासिकल फिल्मी गाने सुनना बहुत अच्छा लगता है। हिंदी, अंग्रेज़ी, पंजाबी और उर्दू भाषाएँ समझती हूँ। लघु कथाएँ, कहानियाँ और उपन्यास पढ़ने का शौक रखती हूँ। फ़ेसबुक मित्रों के कहने पर पिछले कुछ समय से लिखने का भी प्रयास आरम्भ किया है। मेरे 12 सांझा काव्य संग्रह, एक साँझा लघुकथा संग्रह और एक साँझा समीक्षा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उर्दू भाषा को बेहद पसंद करती हूँ। मेरी अधिकतर रचनाओं में उर्दू भाषा का समावेश होता है। कुछ रचनाएँ पंजाबी भाषा में भी लिखी हैं। अतुकांत रचनाएँ लिखना मेरा शौक है। मेरी रचनाओं को पढ़कर एक मित्र ने तो इसे "नीलोफ़री विधा" का नाम ही दे दिया है। मेरा पहला एकल काव्य संग्रह "भाव तरंगिनी" प्रकाशित हो चुका है।😊💐

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    नवीन जोशी "नवल"
    16 अप्रैल 2020
    आप बहुत मार्मिक, सुंदर और प्रेरणास्पद कहानियां लिखतीं हैं, बहुत आगे बढ़िए, हार्दिक शुभकामनाएं 🌹।
  • author
    Saraswati Mishra
    29 मई 2020
    बहुत ही सुन्दर रचना शिक्षाप्रद बहुत अच्छा लिखा है आपने
  • author
    Kiran Singh
    15 अप्रैल 2020
    अच्छी और प्रेरक कहानी एक जगह शालिनी की जगह मालिनी हो गया
  • author
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    नवीन जोशी "नवल"
    16 अप्रैल 2020
    आप बहुत मार्मिक, सुंदर और प्रेरणास्पद कहानियां लिखतीं हैं, बहुत आगे बढ़िए, हार्दिक शुभकामनाएं 🌹।
  • author
    Saraswati Mishra
    29 मई 2020
    बहुत ही सुन्दर रचना शिक्षाप्रद बहुत अच्छा लिखा है आपने
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    Kiran Singh
    15 अप्रैल 2020
    अच्छी और प्रेरक कहानी एक जगह शालिनी की जगह मालिनी हो गया