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Shadow of love

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खो गई रोशनियों के जानिब आते ही इश्क की स्याह हकीकत दूध के धुले हुए हम अपनी इस शिकस्त का इल्जाम किस पर दें बोझिल दिल गुनगुना रहा हासिल कुछ न हुआ पर जो हुआ ठीक हुआ ये धोखा कि किसी की नींदों में ...

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समीक्षा
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  • author
    Mrs Patil
    22 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    ये कैसा इश्क़ है गज़ब़ का जो अपना साया तक को भी छूनें न दिया लिखूं क्या तासिर मेरी उस शिकस्त का इश्क़ की परछाईंयों में जो उलझता गया दर्द भरे एहसासों को बेहद खूबसूरत शब्द दिए है आपने.... मन को छू लेने वाले एहसास बेहतरीन अंदाज में बयां करती लाजवाब प्रस्तुती सर जी सादर नमस्कार
  • author
    Aditi Tandon
    20 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    जिसे हम समझे कि तू है तेरा इश्क समझ कर जिसके पीछे भागते रहे वो तो निकला बस इक ख़्वाब हमारा हर बार की तरह बहुत ही अच्छा लिखा है आपने 👌👌👌👌 सादर अभिवादन सर जी
  • author
    Babita Shukla
    21 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    खूबसूरत रचना आपकी शानदार प्रस्तुति
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    Mrs Patil
    22 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    ये कैसा इश्क़ है गज़ब़ का जो अपना साया तक को भी छूनें न दिया लिखूं क्या तासिर मेरी उस शिकस्त का इश्क़ की परछाईंयों में जो उलझता गया दर्द भरे एहसासों को बेहद खूबसूरत शब्द दिए है आपने.... मन को छू लेने वाले एहसास बेहतरीन अंदाज में बयां करती लाजवाब प्रस्तुती सर जी सादर नमस्कार
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    Aditi Tandon
    20 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    जिसे हम समझे कि तू है तेरा इश्क समझ कर जिसके पीछे भागते रहे वो तो निकला बस इक ख़्वाब हमारा हर बार की तरह बहुत ही अच्छा लिखा है आपने 👌👌👌👌 सादर अभिवादन सर जी
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    Babita Shukla
    21 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    खूबसूरत रचना आपकी शानदार प्रस्तुति