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खो गई रोशनियों के जानिब आते ही इश्क की स्याह हकीकत दूध के धुले हुए हम अपनी इस शिकस्त का इल्जाम किस पर दें बोझिल दिल गुनगुना रहा हासिल कुछ न हुआ पर जो हुआ ठीक हुआ ये धोखा कि किसी की नींदों में ...