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सेक्स

4.0
1923

सेक्स सेक्स का नाम सुनते हि उठ जाता है तुफान सेक्स नाम विदेशो मे तो है आम बात प्राचीन सभ्यताओ मे के शिल्प तो सेक्स के नाम कि है एक पहचान सेक्स..सेक्स..सेक्स नाम से न जाने क्यो आज भी है ...

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लेखक के बारे में

साहित्यिक,गीतकार,संशोधक,समाजसेवक.

समीक्षा
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  • author
    Megha Srivastava
    16 मार्च 2020
    बिल्कुल, दरअसल पहले लोग इस सब्जेक्ट पर बात करने से शर्म आया करते थे लेकिन आज जमाना बदल रहा है लोग इस पर बातचीत करने लगे हैं लिखने लगे हैं,, यह शब्द ही ऐसा है इसको सुनकर पढ़कर लोगों के दिल में तरह तरह के ख्याल और नकारात्मक विचार आने लगते हैं,
  • author
    डॉ रेनु सिंह
    16 मार्च 2020
    सही कहा
  • author
    अनुराधा घोणे
    16 मार्च 2020
    nice
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  • author
    Megha Srivastava
    16 मार्च 2020
    बिल्कुल, दरअसल पहले लोग इस सब्जेक्ट पर बात करने से शर्म आया करते थे लेकिन आज जमाना बदल रहा है लोग इस पर बातचीत करने लगे हैं लिखने लगे हैं,, यह शब्द ही ऐसा है इसको सुनकर पढ़कर लोगों के दिल में तरह तरह के ख्याल और नकारात्मक विचार आने लगते हैं,
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    डॉ रेनु सिंह
    16 मार्च 2020
    सही कहा
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    अनुराधा घोणे
    16 मार्च 2020
    nice