pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

साथ

4.2
1197

साथ साथ क्या है ? एक भ्रम के सिवाय एक भुलावा रिश्तों का झूठा दिलासा अपनों का क्या सच में कोई होता है साथ ? आखिर को झेलने होते हैं दुःख अकेले उठानी होती है पीड़ा टीसों की जज्ब करना होता है दर्द खुद ही ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
कविता वर्मा

मैं इंदौर से कविता वर्मा कहानियाँ कविताएँ उपन्यास लेख लिखती हूँ। मुझे लघुकथा बाल साहित्य और कहानी संग्रह के लिए अखिल भारतीय स्तर पर पुरस्कार मिल चुके हैं और अभी मध्यप्रदेश का प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मान वागीश्वरी पुरस्कार मेरे कहानी संग्रह कछु अकथ कहानी को मिला है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Naveen Pawar
    22 जानेवारी 2022
    आदरणीया महोदया जी आपकी कवितावली बहुत खुबसुरत होती है उपयुक्तता लफ्ज दिल की गहराई मे अमिट छाप छोड जाते है
  • author
    indu verma
    15 जानेवारी 2022
    बहुत सही 👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Naveen Pawar
    22 जानेवारी 2022
    आदरणीया महोदया जी आपकी कवितावली बहुत खुबसुरत होती है उपयुक्तता लफ्ज दिल की गहराई मे अमिट छाप छोड जाते है
  • author
    indu verma
    15 जानेवारी 2022
    बहुत सही 👌👌