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ससुराल

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लेखक के बारे में
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मानवी सिंह

Home maker and decorater, mother, teacher, writer, and citizen of India. Hello Friends! मै लफ्जों के मोती पिरोती हूँ। ये लफ्ज़ कभी कविता तो कभी कहानी का रुप ले लेते हैं अपनी इन्ही लफ्जों की माला से कुछ मोती निकालकर आप लोगों के समक्ष अपनी स्वलिखित कहानी और कविता प्रस्तुत कर रही हूं। आपका प्यार और साथ चाहिए अगर रचनाएं पसंद आये तो उचित समीक्षा देकर मेरी हौसलाअफजाई कीजिए। साथ ही फालौ का बटन दबाये जिससे बिना रूकावट आप मेरी कहानी और कविताएँ पढ़ सके।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    17 മെയ്‌ 2019
    सास के लिए- बहु कभी बेटी नही बन सकती है काश सास बहुँ को बेटी बना ले तो घर स्वर्ग हो जाएगा और हर बहुँ सुखी हो जाएगी।।।लाजवाब कहानी।।
  • author
    Savita Shukla
    06 ഡിസംബര്‍ 2018
    आपने एक बहू का दर्द बहुत अच्छी तरह बयान किया है। बहुत अच्छी कहानी
  • author
    Sarojani Singh
    08 ഏപ്രില്‍ 2019
    अपनी कहानी लगी....अपना खयाल खुद ही रखना पडता है
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    17 മെയ്‌ 2019
    सास के लिए- बहु कभी बेटी नही बन सकती है काश सास बहुँ को बेटी बना ले तो घर स्वर्ग हो जाएगा और हर बहुँ सुखी हो जाएगी।।।लाजवाब कहानी।।
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    Savita Shukla
    06 ഡിസംബര്‍ 2018
    आपने एक बहू का दर्द बहुत अच्छी तरह बयान किया है। बहुत अच्छी कहानी
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    Sarojani Singh
    08 ഏപ്രില്‍ 2019
    अपनी कहानी लगी....अपना खयाल खुद ही रखना पडता है