pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

सप्तपदी के वचन

5
28

अग्नि के फेरे लेते हुए सात वचन देना विवाह की प्रमुख रस्मों में से है और जो भी परम्परा से विवाह करते हैं उन्हें यह सभी रस्में निभानी ही प डती हैं ।जिसमें एक दूसरे को सात जन्मों का वादा साथ निभाने का ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

श्रीमती सुबोध चतुर्वेदी ,कथाकार ,कवियित्री हैं ,उनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है | 'एक और बसंत ",तथा "अपना आकाश " ,काव्य संकलन एवं "नियति-चक्र " तथा "जाहि विधि राखे राम ",कथा -संकलन प्रकाशित हो चुके हैं | अन्य कथा संकलन "धूप छांह ","मृग तृष्णा " नाम से प्रकाशित हुए हैं |एक उपन्यास "लतिका " नाम से प्रकाशित हुआ है। एक नवीन काव्य संग्रह "सुबोधिनी" नाम से प्रकाशित हो चुका है।संस्मरण की पुस्तक "सुधियों के दीप"नाम से प्रकाश में आ चुकी है,जिसे पाठकों का भरपूर प्यार मिला है। "आपको पुरस्कृत भी किया जा चुका है |आपकी कुल नौ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    लता सुमन "नमन्"
    08 मई 2021
    बहुत बढ़िया लिखा आपने 🙏
  • author
    Kiran Singh
    08 मई 2021
    बेहतरीन प्रस्तुति
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    लता सुमन "नमन्"
    08 मई 2021
    बहुत बढ़िया लिखा आपने 🙏
  • author
    Kiran Singh
    08 मई 2021
    बेहतरीन प्रस्तुति