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सपने हसीन क्यों होते हैं

4.7
1196

स्नेह,दुलार,प्रीत मिलन,समर्पण आस, विश्वास के सतरंगी ताने बाने से बुने सपने इस कदर हसीन क्यों होते हैं कभी मिल जाते हैं नींद को पंख कभी आ जाती है पंखों को नींद हम सोते मैं जागते और जागते मैं सोते हैं ...

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लेखक के बारे में
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रजनी छाबड़ा

रजनी छाबड़ा (जुलाई 3, 1955) राष्ट्रीयता : भारतीय जन्मस्थान : देहली सेवानिवृत व्याख्याता (अंग्रेज़ी), बहुभाषीय कवयित्री व् अनुवादिका, ब्लॉगर, समीक्षक, Ruminations, Glimpses (U G C Journals) की सम्पादकीय टीम सदस्य, वर्ल्ड यूनियन ऑफ़ पोएट्स की इंटरनेशनल डायरेक्टर 20, ग्लोबल एम्बेसडर फॉर ह्यूमन राइट्स एंड पीस (I H R A C), स्टार एम्बेसडर ऑफ़ वर्ल्ड पोइट्री, सी इ. ओ व् सस्थापक www.numeropath.com प्रकाशित पुस्तकें : 4 हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तक', 'पिघलते हिमखंड', 'सतरंगी खुशी', 'आस की कूंची से' इंग्लिश पोइट्री Mortgaged, Maiden Step, अंकशास्त्र और नामांक -शास्त्र पर 8 पुस्तकें अनुदित पुस्तकें : Aspirations, Initiation, A Night in Sunlight, Swayamprabha , Accursed हिंदी से , Reveries पंजाबी से व् Fathoming Thy Heart, Vent Your Voice, Language Fused in Blood, The Sun on Paper, In the Art Gallery of My Heart, Echoes of Sand -dunes राजस्थानी से इंग्लिश लक्ष्य भाषा में अनुदित; मेरे २ हिंदी काव्य संग्रह 'होने से न होने तक' व् 'पिघलते हिमखंड' मैथिली और पंजाबी में व् अंग्रेज़ी काव्य संग्रह Mortgaged बांग्ला और राजस्थानी में अनुदित व् चुनिन्दा कविताएँ 9 क्षेत्रीय भाषाओँ में अनुदित स्थानीय, राष्ट्रीय व् अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काव्य सम्मेलनों में भागीदारी व् 6 अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रहों में रचनाएँ सम्मिलित , 1991 से 2010 तक, आकाशवाणी, बीकानेर से निरंतर काव्य पाठ प्रसारण डिजिटल साहित्य में निरंतर योगदान , पोयम हन्टर्स डॉट.कॉम पर अनेकानेक कविताओं के वीडियो , किंडल बुक पब्लिशिंग से 21 इ बुक्स प्रकाशित

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  • कुल टिप्पणी
  • author
    शुभम पंथ
    14 फ़रवरी 2018
    "नींद को पंख और पंखो को नींद" खूबसूरत सी उपमा
  • author
    AnshuPriya Agrawal
    19 जून 2020
    बेहतरीन💐👌👌👌👌 बहुत ही लाजवाब पंक्तियां 😊😊बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति👏👏👏 सपने इतने हसीन क्यों होते हैं बहुत ही सार्थक अभिव्यक्ति
  • author
    Naveen Pawar
    22 जनवरी 2022
    आदरणीया महोदया जी आपकी कवितावली बहुत खुबसुरत होती है उपयुक्तता लफ्ज दिल की गहराई मे अमिट छाप छोड जाते है
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    शुभम पंथ
    14 फ़रवरी 2018
    "नींद को पंख और पंखो को नींद" खूबसूरत सी उपमा
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    AnshuPriya Agrawal
    19 जून 2020
    बेहतरीन💐👌👌👌👌 बहुत ही लाजवाब पंक्तियां 😊😊बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति👏👏👏 सपने इतने हसीन क्यों होते हैं बहुत ही सार्थक अभिव्यक्ति
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    Naveen Pawar
    22 जनवरी 2022
    आदरणीया महोदया जी आपकी कवितावली बहुत खुबसुरत होती है उपयुक्तता लफ्ज दिल की गहराई मे अमिट छाप छोड जाते है