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संकल्प

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नमस्ते जी...मैं तृषा...मैं ...तृषा ...ना...कभी कभी आत्मग्लानि महसूस करती हूँ..सही गलत के बीच झूलती हूँ...माधव ही मार्गदर्शन  कीजिए...राह दें..राह दें 🙏🙏 माधव...पापाजी ने पैसे..रूतबे ...और पावर के ...

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लेखक के बारे में
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लेखिका अंजू

लोगों का तो पता नहीं,but I'm very proud of Diya Aaru,अपने सारे सपने पूरे करो,जो बनना चाहते हो बनो,मैं तुम्हारे साथ हूँ and I love u diya aaru 🥰

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    21 सितम्बर 2023
    बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण लेख लिखा आपने। जीवन की संक्षिप्ता और सच्चाई को बयां करती आपकी रचना बहुत खूब लिखा आपने। ✍️✍️✍️💯✍️✍️✍️🪔🪔🪔🕉️🪔🪔🪔🪷🪷🌹🪷🪷
  • author
    21 सितम्बर 2023
    बहुत मुश्किल होता है ऐसे माहौल में खुद को संभालना बहुत खूबसूरत लिखा आपने सभी भावों को अभिव्यक्त किया पापा के भी
  • author
    22 सितम्बर 2023
    बहुत खूबसूरत भावपूर्ण सार्थक रचना लिखी हैअपने आदरणीय। हमारा नमस्कार स्वीकार कीजिए। शिवा भोपाल
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    21 सितम्बर 2023
    बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण लेख लिखा आपने। जीवन की संक्षिप्ता और सच्चाई को बयां करती आपकी रचना बहुत खूब लिखा आपने। ✍️✍️✍️💯✍️✍️✍️🪔🪔🪔🕉️🪔🪔🪔🪷🪷🌹🪷🪷
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    21 सितम्बर 2023
    बहुत मुश्किल होता है ऐसे माहौल में खुद को संभालना बहुत खूबसूरत लिखा आपने सभी भावों को अभिव्यक्त किया पापा के भी
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    22 सितम्बर 2023
    बहुत खूबसूरत भावपूर्ण सार्थक रचना लिखी हैअपने आदरणीय। हमारा नमस्कार स्वीकार कीजिए। शिवा भोपाल