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समझौता

4.2
4767

"क्या मै अंदर आ सकता हूं" तेजस ने नीले रंग की ड्रेस पहने हुये दरवाजा खोलकरकहा."यस कम इन"मैनेजर ने तेजस की ओर बिना देखे उत्तर दिया.तेजस ने मैनेजर का उत्तर सुनकर अंदर आ गया. नीली ड्रेस पहने और माथे पर ...

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लेखक के बारे में
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अनिल अयान

कथाकार, कवि और प्रबंध संपादक। "शब्द शिल्पी" पत्रिका और प्रकाशन सतना मध्य प्रदेश।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Asif Akhtar
    06 अक्टूबर 2018
    पढ़े लिखे नई जेनरेशन वालों की हड़ताल ऐसी ही है मशीनों के अलावा जो प्रोडक्शन करेंगे वो भी प्लस होगा ज़्यादा प्रोडक्शन होने से डिमांड और सप्लाई के अकॉर्डिंग माल की मांग में भी कमी होगी एक्सपेंडेशन भी बढ़ जाएंगे यही सब सोच कर ही मैनेजमेंट कोम्प्रोमाईज़ करेगा अच्छी और नई सोच है,बहुत बढ़िया
  • author
    Arti Saini
    21 अक्टूबर 2018
    वाह क्या नायाब तरीका निकाला विरोध का 👏👏👏👏👐
  • author
    Ravi Rawat
    28 अक्टूबर 2018
    Bahut hi achi kahani hai
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    Asif Akhtar
    06 अक्टूबर 2018
    पढ़े लिखे नई जेनरेशन वालों की हड़ताल ऐसी ही है मशीनों के अलावा जो प्रोडक्शन करेंगे वो भी प्लस होगा ज़्यादा प्रोडक्शन होने से डिमांड और सप्लाई के अकॉर्डिंग माल की मांग में भी कमी होगी एक्सपेंडेशन भी बढ़ जाएंगे यही सब सोच कर ही मैनेजमेंट कोम्प्रोमाईज़ करेगा अच्छी और नई सोच है,बहुत बढ़िया
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    Arti Saini
    21 अक्टूबर 2018
    वाह क्या नायाब तरीका निकाला विरोध का 👏👏👏👏👐
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    Ravi Rawat
    28 अक्टूबर 2018
    Bahut hi achi kahani hai