ये तेरा ही बख़्त होता कभी तू भी नाज़ करता,
जो तेरा 'सनम' से कोई कभी रस्म-ओ-राह होता।
नाम :- दिव्या भट्ट
उपनाम :- 'सनम'
शहर :- इंदौर, मध्य प्रदेश
ईमेल आईडी :- [email protected]
शेर, ग़ज़ल, गीत, कविताएँ, लघुकथाएँ और कहानियाँ आदि लिखने का शौक़ है।
मैं जो भी लिखती हूँ हृदय केे सभी भावों को उसमें पूर्णतः समाहित करती हूँ।
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