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सामयिक लेख

4.5
172

कैसा हो साहित्य कि जब साहित्यकार सम्मान लौटाने पर विवश हो तो भव्य जन आंदोलन खड़े हो जावें देश के विभिन्न अंचलो से रचनाकारो , लेखको , बुद्धिजीवियों द्वारा साहित्य अकादिमियो के सम्मान वापस करने की होड़ ...

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समीक्षा
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    Ashok Sharma
    23 ഫെബ്രുവരി 2020
    विवेकजी रचना उन साहित्यकार एवं साहित्यिक संस्थाओं के लिए है उनकी रचना साहित्य सृजन दिशा ए्वं दशा पर एक निर्भीक एवं निष्पक्ष समालोचनात्मक लेख है
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    Ashok Sharma
    23 ഫെബ്രുവരി 2020
    विवेकजी रचना उन साहित्यकार एवं साहित्यिक संस्थाओं के लिए है उनकी रचना साहित्य सृजन दिशा ए्वं दशा पर एक निर्भीक एवं निष्पक्ष समालोचनात्मक लेख है