"समझदारी" लो फिर चुभ लिया उसकी याद का कांटा दिल में, ये उससे मेरी कैसी वफादारी है..... ये जो यादों का सामान है बड़ा भारी है, रख कर कहीं भूल जाने में समझदारी है..... ...
"समझदारी" लो फिर चुभ लिया उसकी याद का कांटा दिल में, ये उससे मेरी कैसी वफादारी है..... ये जो यादों का सामान है बड़ा भारी है, रख कर कहीं भूल जाने में समझदारी है..... ...