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समाधि वाला भूत

4.1
24379

कुछ लोग मानते हैं कि आत्माएं दिखाई तो दे सकती हैं.. मगर हमारा बिगाड कुछ नहीं सकती हैं.. मगर मैं इस बात से इतफाक नहीं रखता हूँ. कुछ समय पहले ही मेरी आँखों के सामने एक ऐसी घटना घटित हुई..जिसे देखकर ...

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लेखक के बारे में

तेरे बिना हर शाम अधूरी।तुम मिल जाओ गर हर कमी हो पूरी

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Seema Sahu "ds"
    05 ജൂണ്‍ 2021
    बहुत ही अच्छी कहानी है। हमारे बड़े बुजुर्ग हमेशा हमें यही सीखाते हैं कि कभी भी किसी पेड़ के नीचे किसी प्रकार की अशुद्धि नहीं करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है उसमें किसी आत्मा का वास हो।
  • author
    mukesh kumaru "कुमार"
    27 ഒക്റ്റോബര്‍ 2018
    बेहतरीन रचना।शुभकामनाएं
  • author
    Poonam Kaparwan pikku
    20 സെപ്റ്റംബര്‍ 2021
    यह घटना मैं समझ सकती हूँ पीर की मजार हो या मन्दिर मस्जिद की दीवारें पवित्रतम होती है यहां आसपास भी  पेशाब करना थूकना बहुत गलत है जिसको खामियाजा भुगतना होता है । आत्माऐ अदृश्य होती है खुले बाग जंगल में ये अपना आरामगाह समझती है और एक भूल हो जाय तो विनाशक होती है सफाई सब को प्रिय है।
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    Seema Sahu "ds"
    05 ജൂണ്‍ 2021
    बहुत ही अच्छी कहानी है। हमारे बड़े बुजुर्ग हमेशा हमें यही सीखाते हैं कि कभी भी किसी पेड़ के नीचे किसी प्रकार की अशुद्धि नहीं करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है उसमें किसी आत्मा का वास हो।
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    mukesh kumaru "कुमार"
    27 ഒക്റ്റോബര്‍ 2018
    बेहतरीन रचना।शुभकामनाएं
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    Poonam Kaparwan pikku
    20 സെപ്റ്റംബര്‍ 2021
    यह घटना मैं समझ सकती हूँ पीर की मजार हो या मन्दिर मस्जिद की दीवारें पवित्रतम होती है यहां आसपास भी  पेशाब करना थूकना बहुत गलत है जिसको खामियाजा भुगतना होता है । आत्माऐ अदृश्य होती है खुले बाग जंगल में ये अपना आरामगाह समझती है और एक भूल हो जाय तो विनाशक होती है सफाई सब को प्रिय है।