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साला अय्याश

4.4
11875

अचानक से माथुर साहब की नींद खुली, पास में देखा तो श्रीमतीजी भी नहीं थी। माथुर साहब को लगा आज लेट आँख खुली है। अक्टूबर के आखिरी दिनों में भी अपना एयर कंडीशनर 23 पर करके सोने के कारण नाक का एक ...

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लेखक के बारे में
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Parth Sarthi Gour

मेरे लफ़्ज़ों में भले लतीफों की इल्मीयत ना हो..!! रूह मेरी आज भी इंकलाब गुनगुनाया करती है..!!

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vatsala Kaushik
    03 फ़रवरी 2018
    वाह बढ़िया प्रेरणादायक कहानी
  • author
    GOLDEN
    25 जुलाई 2024
    👌🏻👌🏻👌🏻......✨😊
  • author
    Sristi ♡ সৃষ্টি ♡
    14 मार्च 2024
    ऐसि स्थितिया जब खुद के सथ घटता है तब हमे उनके पिछे का असली कारन या हकिकत में क्या घटा है वोह समझ आता है........ हमारे आसपास ऐसे हि कितने लोग है जो किसि भी घटना को ठिकसे जानेे बगैर ही उसके बारे में अपना राय सुना देते हैं और अपने आप को बहुत महान समझने लगते हैं ; दूसरों को नीचा दिखाकर , दूसरों को बहुत छोटा करके ; वह अपने आप को एक महान ,उच्च स्तरीय दिखाना चाहता है ........ पर वहीं घटना जब उसके साथ घटित होता है तब उसे समझ में आता है कि असल में घटना क्या है और क्यों है। और ऐसी घटनाएं हमारे आसपास निरंतर घटते रहते हैं।
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    Vatsala Kaushik
    03 फ़रवरी 2018
    वाह बढ़िया प्रेरणादायक कहानी
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    GOLDEN
    25 जुलाई 2024
    👌🏻👌🏻👌🏻......✨😊
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    Sristi ♡ সৃষ্টি ♡
    14 मार्च 2024
    ऐसि स्थितिया जब खुद के सथ घटता है तब हमे उनके पिछे का असली कारन या हकिकत में क्या घटा है वोह समझ आता है........ हमारे आसपास ऐसे हि कितने लोग है जो किसि भी घटना को ठिकसे जानेे बगैर ही उसके बारे में अपना राय सुना देते हैं और अपने आप को बहुत महान समझने लगते हैं ; दूसरों को नीचा दिखाकर , दूसरों को बहुत छोटा करके ; वह अपने आप को एक महान ,उच्च स्तरीय दिखाना चाहता है ........ पर वहीं घटना जब उसके साथ घटित होता है तब उसे समझ में आता है कि असल में घटना क्या है और क्यों है। और ऐसी घटनाएं हमारे आसपास निरंतर घटते रहते हैं।