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सखी या सौतन

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आज कोर्ट में बैठी शुभी सोच रही थी कि क्या फैसला आएगा अगर बच्चों की कस्टडी नहीं मिली तो किसके लिए जिएगी...अब उनके अलावा कौन है ही उसके जीवन में... शुभी और कमल की शादी को लगभग दस साल होने को थे उनके दो ...

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Akanksha Visen

Youtube channel - AKKU YATRA Netherlands में निवास

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anju Chouhan
    02 दिसम्बर 2022
    अधिकतर शादी शुदवयक्ति अपने जीवनसाथी की इज्जत ही नहीं कर पाते और उनको आसानी से प्राप्त और हमेशा available वस्तु ही समझते हैं, जबकि आत्मस्वाभिमानी जीवनसाथी मौन धारण करके उन्हें अपने दिल, दिमाग और अपनी दुनिया से दूर कर चुके होते हैं, विवाह विच्छेद की अवस्था तो बहुत बाद में सामने आती है ।
  • author
    sweta tomar
    25 फ़रवरी 2023
    nice story sahi Kiya aise insaan ke sath Aisa hi Karna chahiye tha
  • author
    Hemlal Patel
    30 जुलाई 2021
    बहुत सुन्दर रचना, बहुत अच्छी कहानी,
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    Anju Chouhan
    02 दिसम्बर 2022
    अधिकतर शादी शुदवयक्ति अपने जीवनसाथी की इज्जत ही नहीं कर पाते और उनको आसानी से प्राप्त और हमेशा available वस्तु ही समझते हैं, जबकि आत्मस्वाभिमानी जीवनसाथी मौन धारण करके उन्हें अपने दिल, दिमाग और अपनी दुनिया से दूर कर चुके होते हैं, विवाह विच्छेद की अवस्था तो बहुत बाद में सामने आती है ।
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    sweta tomar
    25 फ़रवरी 2023
    nice story sahi Kiya aise insaan ke sath Aisa hi Karna chahiye tha
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    Hemlal Patel
    30 जुलाई 2021
    बहुत सुन्दर रचना, बहुत अच्छी कहानी,