pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

साधु का श्राप

5
67

सुनो बच्चा बाबा सुबह से भूखे है बाबा को कुछ खाने के लिए मिलेगा क्या?, दूकान के अंदर बैठे मालिक ने यह आवाज सुनी तो वह तुरंत भड़कते हुए अपनी दूकान के नौकरों से कहता है लो आ गया एक और कामचोर, साले ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Ravindra Kumar bargujar
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Devendra Dev
    25 செப்டம்பர் 2022
    दुर्बल को ना सताईये ,जाकि मोटी हाय । मुंबई खाल की स्वांस सो सार भस्म हो जाय।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Devendra Dev
    25 செப்டம்பர் 2022
    दुर्बल को ना सताईये ,जाकि मोटी हाय । मुंबई खाल की स्वांस सो सार भस्म हो जाय।