सच्ची मित्रता (लघुकथा) -मनीष कुमार बिरजू को पता चला कि उसका दोस्त तात्या बहुत बीमार है, शायद बचने की उम्मीद बहुत कम है, यह सोचकर वह तात्या से मिलने चल दिया। दूर से आता देख बिरजू को तात्या की आँखें भर ...
जिंद़गी ने यूँ तो कदम कदम पर मुझे हरेक मोड़ पर तराशा है, लेकिन साहित्यिक सफ़र के रहते यहाँ महसुस किया कि जो आनंद जो खुशी, जो दर्द जो गम यहाँ है वो कहीं ओर नहीं है।
सारांश
जिंद़गी ने यूँ तो कदम कदम पर मुझे हरेक मोड़ पर तराशा है, लेकिन साहित्यिक सफ़र के रहते यहाँ महसुस किया कि जो आनंद जो खुशी, जो दर्द जो गम यहाँ है वो कहीं ओर नहीं है।
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या