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हिन्दी

सच्चा दोस्त

4.8
251

दुनिया में अगर कोई सबसे प्यारा रिश्ता है तो वह है दोस्ती का । जब हम "लंगोट" पहन कर घूमा करते थे और मौहल्ले में मटर गश्ती करते फिरते थे तब हमारी जान पहचान हमारे जैसे ही "शोहदों" से हुई । खेल कोई ...

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लेखक के बारे में
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श्री हरि

हरि का अंश, शंकर का सेवक हरिशंकर कहलाता हूँ अग्रसेन का वंशज हूँ और "गोयल" गोत्र लगाता हूँ कहने को अधिकारी हूँ पर कवियों सा मन रखता हूँ हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान से बेहद, प्यार मैं दिल से करता हूँ ।। गंगाजल सा निर्मल मन , मैं मुक्त पवन सा बहता हूँ सीधी सच्ची बात मैं कहता , लाग लपेट ना करता हूँ सत्य सनातन परंपरा में आनंद का अनुभव करता हूँ हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान से बेहद, प्यार मैंदिल से करता हूँ

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    चिराग
    16 सितम्बर 2021
    बाकी सब तो ठीक है लेकिन सहपाठिन 😏😏 अच्छा हुआ जो दोस्ती की वजह से बच गए😁😁ये आपके स्कूल के संस्मरण की तरह ही एक वीडियो देखी थी जिसमें ऐसे ही एक बच्चा उसके पिता जी द्वारा पकड़ा गया फिर बारी बारी उसके दोस्तों को फोन किया पहले वाला बोला जी अंकल अभी उसका फोन आया था रास्ते में है शायद सिग्नल नहीं होंगे, दूसरे वाला बोला जी अंकल हम साथ ही हैं और तीसरे ने तो हद कर दी आवाज बदल कर कहने लगा जी हां पापा बस अभी पहुंचने वाला हूं मेरा फोन खराब हो गया इसलिए दोस्त के फोन से कर ही रहा था की आपका आ गया😂😂 सहपाठिन 😏😏
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    Neetu Maurya
    16 सितम्बर 2021
    बहुत ही बढ़िया हास्य व्यंग लिखा है आपने,👌👌पर मुझे हास्य व्यंग से ज्यादा ये बचपन की याद लगी , बहुत ही हंसी आई आपकी रचना को पढ़कर। 😊😊कृप्या अपना मैसेज बॉक्स देखिए🙏🙏
  • author
    16 सितम्बर 2021
    गर किस्सों की गिनती की जाए तो प्रतिलिपि के लेखकों के पास हजारों बातें मिलेगी ,,बचपन आखिर बचपन होता है तेरा मेरा नहीं हमारा होता है बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏
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    चिराग
    16 सितम्बर 2021
    बाकी सब तो ठीक है लेकिन सहपाठिन 😏😏 अच्छा हुआ जो दोस्ती की वजह से बच गए😁😁ये आपके स्कूल के संस्मरण की तरह ही एक वीडियो देखी थी जिसमें ऐसे ही एक बच्चा उसके पिता जी द्वारा पकड़ा गया फिर बारी बारी उसके दोस्तों को फोन किया पहले वाला बोला जी अंकल अभी उसका फोन आया था रास्ते में है शायद सिग्नल नहीं होंगे, दूसरे वाला बोला जी अंकल हम साथ ही हैं और तीसरे ने तो हद कर दी आवाज बदल कर कहने लगा जी हां पापा बस अभी पहुंचने वाला हूं मेरा फोन खराब हो गया इसलिए दोस्त के फोन से कर ही रहा था की आपका आ गया😂😂 सहपाठिन 😏😏
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    Neetu Maurya
    16 सितम्बर 2021
    बहुत ही बढ़िया हास्य व्यंग लिखा है आपने,👌👌पर मुझे हास्य व्यंग से ज्यादा ये बचपन की याद लगी , बहुत ही हंसी आई आपकी रचना को पढ़कर। 😊😊कृप्या अपना मैसेज बॉक्स देखिए🙏🙏
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    16 सितम्बर 2021
    गर किस्सों की गिनती की जाए तो प्रतिलिपि के लेखकों के पास हजारों बातें मिलेगी ,,बचपन आखिर बचपन होता है तेरा मेरा नहीं हमारा होता है बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏