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सबकी दुनिया एक

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. सबकी दुनिया एक कैसे हो??? दिल तो सबके अलग अलग है❤❤❤ दिल जो सबके जुड़ जाएं तो.... दुनिया चाहे अलग अलग हो... धन्यवाद🙏🙏🙏🙏🙏 स्वरचित एवं मौलिक डाॅ दीप्ति लोहनी ' दिशिन ' ...

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लेखक के बारे में

नमस्कार प्रिय पाठकों,,,, मेरा नाम डाॅ दीप्ति लोहनी और मैं इस समय बागेश्वर जिले के एक महाविद्यालय में गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हूँ!! लिखने का शौक तो बचपन से ही था परन्तु पढ़ाई में इतनी अच्छी थी कि कभी टाइम ना मिला.... अभी कुछ समय पहले ही लेखन की शुरुआत की हैं और इस शुरुआत से मुझे यह ज्ञात हुआ कि मैं भी थोड़ा बहुत लिख सकती हूँ|||| आप सभी से अनुरोध है कि मेरी लेखन के बारे में कमेंट करके जरूर बताएं कि आप सभी को मेरे द्वारा रचित कहानी, धारावाहिक और कविता कैसी लगी आपको क्या पढना अधिक पसंद है ये भी बताएं मैं अवश्य आपकी रूचि अनुसार लिखने का प्रयास करूँगी!!! धन्यवाद आपकी दोस्त डॉ दीप्ति

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    26 अगस्त 2021
    बढ़िया लिखा आपने..... दिल तो एक है लेकिन हम दिल की बजाय दिमाग का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं☘️☘️🌷🌷🌷🌷
  • author
    Ashok Joshi
    26 अगस्त 2021
    बहुत बेहतरीन लिखा है...👌🌷👌
  • author
    26 अगस्त 2021
    सच कहा मैडम आपने बहुत बढ़िया बहुत सुंदर
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    26 अगस्त 2021
    बढ़िया लिखा आपने..... दिल तो एक है लेकिन हम दिल की बजाय दिमाग का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं☘️☘️🌷🌷🌷🌷
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    Ashok Joshi
    26 अगस्त 2021
    बहुत बेहतरीन लिखा है...👌🌷👌
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    26 अगस्त 2021
    सच कहा मैडम आपने बहुत बढ़िया बहुत सुंदर