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जो खुद को नहीं बदल सकता। दुनिया को घंटा बदल देगा। *लिखारी साहब*

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जो खुद को नहीं बदल सकता। दुनिया को घंटा बदल देगा। * लिखारी साहब* ...

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लेखक के बारे में
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GAURAV KHAMBRA

Insta I'd - gaurav_khambra दिल से लिखता हूं दिमाग से नहीं लिखारी साहब

समीक्षा
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    Bina Goyal
    13 জুন 2020
    सही बात
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    Bina Goyal
    13 জুন 2020
    सही बात