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सात रंग

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सात रंग..... हर रंग कहता अपनी कहानी करे टकरार अपनी जुबानी.... 1 हरा कहता ..... मै हू ज्यादा खेत-खलिहान, बाग-बगीचो मे रहता मेरे लिए सब अपना पसीना बहाता। 2 लाल करे सवाल.... बताओ शुभ कोन माना जाता ...

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लेखक के बारे में
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Dhani Vyas

Mera bacpan s hi books Riding ka shok th. Jo pura n ho saka. laken woh shok Ab m pura kar Rahi hu..... Thank you🙏🙏

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kumar gupta
    17 जनवरी 2021
    हर रंग की अपनी महिमा निराली ...सब मिले तो बनती है इन्द्रधनुष ...सारे रंगों का संगम ...🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈
  • author
    digvijay thakur
    17 जनवरी 2021
    बढ़िया लिखा है आपने उत्तम रचना 👍 👍 आज लिखी मेरी रचना पढ़े : "🍁आओ रोशनी बनाएं"
  • author
    निशा शर्मा
    17 जनवरी 2021
    वाहहह.. वाहहह डियर😊😊👌👌👍👍🤗🤗
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  • author
    kumar gupta
    17 जनवरी 2021
    हर रंग की अपनी महिमा निराली ...सब मिले तो बनती है इन्द्रधनुष ...सारे रंगों का संगम ...🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈
  • author
    digvijay thakur
    17 जनवरी 2021
    बढ़िया लिखा है आपने उत्तम रचना 👍 👍 आज लिखी मेरी रचना पढ़े : "🍁आओ रोशनी बनाएं"
  • author
    निशा शर्मा
    17 जनवरी 2021
    वाहहह.. वाहहह डियर😊😊👌👌👍👍🤗🤗