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सात जन्मों का बंधन

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सात जन्मों का... बंधन है यह, अग्नि फेरों से... बंधा हुआ, तोड़े से ना... टूटेगी डोर यह, दिल की धड़कन से यह है जुड़ा हुआ। रस्मों- रिवाजों... के बंधन में, यह है पूरा सना हुआ, जन्म -जन्मांतर का... ...

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लेखक के बारे में
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मीनू वर्मा

हिन्दी साहित्य से बेपनाह प्यार करती हूं। साहित्य के सागर की एक ऐसी बूंद बनाना चाहती हूं जो अपनी शीतलता से जन- जीवन में शांति व खुशियों का संचार कर सके। आपसब से सहयोग की अपेक्षा रखती हूं 🙏🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    श्वेता विजय mishra
    08 मई 2021
    बहुत अर्थपूर्ण भावों को लिए हुए लाजवाब शानदार बेहतरीन और उत्कृष्ट रचना लिखी आपने बहुत बहुत खूब
  • author
    आशा रानी शरण
    08 मई 2021
    बहुत ही सुंदर भाव से परिपूर्ण बहुत लाजवाब रचना लिखी है आपने आज के विषय पर धन्यवाद नमस्कार।
  • author
    sarita chand
    08 मई 2021
    बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति बेमिसाल लेखन 👌👌👌👌👌👌👌👌🌹💐
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    श्वेता विजय mishra
    08 मई 2021
    बहुत अर्थपूर्ण भावों को लिए हुए लाजवाब शानदार बेहतरीन और उत्कृष्ट रचना लिखी आपने बहुत बहुत खूब
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    आशा रानी शरण
    08 मई 2021
    बहुत ही सुंदर भाव से परिपूर्ण बहुत लाजवाब रचना लिखी है आपने आज के विषय पर धन्यवाद नमस्कार।
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    sarita chand
    08 मई 2021
    बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति बेमिसाल लेखन 👌👌👌👌👌👌👌👌🌹💐