pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नम मौसम

4.8
1609

दिल की दीवारों पर सहमी, शबनम सी क्या चीज़ है सालगिरह पर आंखों में, नम मौसम सी क्या चीज़ है नसीम-ओ-सुबहा मुझे बता, क्या साक़ी का दस्तूर है मयखाने में  होश जगाती, पैहम सी क्या चीज है सजदे कर   ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
BRIJ BHOOSHAN KHARE

नाम - बृजभूषण खरे भारत में जन्मा हूँ, हिंदी प्रेम स्वाभाविक है. हिंदी से अच्छा कुछ भी नहीं लगता. मेरे लिए लेखन समाधि का दूसरा नाम है. बंधनों में बंधी जिंदगी का मेरे लिए कोई मायने नहीं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    09 जून 2018
    For such writings YourQuote app is the best platform Pratilipi is suitable for stories only ... just check it out you will definitely like it m 100% sure...
  • author
    Neelesh Yadav
    22 अप्रैल 2018
    अपने जज़्बातों को हरफो में दर्ज करना आसाँ नहीं होता वो भी ग़ज़ल के रूप में। ब्रजभूषण जी के लेखन को नमन।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    09 जून 2018
    For such writings YourQuote app is the best platform Pratilipi is suitable for stories only ... just check it out you will definitely like it m 100% sure...
  • author
    Neelesh Yadav
    22 अप्रैल 2018
    अपने जज़्बातों को हरफो में दर्ज करना आसाँ नहीं होता वो भी ग़ज़ल के रूप में। ब्रजभूषण जी के लेखन को नमन।