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रोते रोते हंसी आ गई

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मेरी नव नियुक्ति बुन्देलखण्ड के एक क़स्बे  के इण्टर कॉलेज में गणित प्राध्यापक के पद पर हुई थी । एम एस सी करने के बाद बड़े परिश्रम के पश्चात् यह मेरी नियुक्ति उस निरा ग्रामीण क्षेत्र में भी प्रिय ...

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लेखक के बारे में

मैं दिमाग़ से टेक्नोक्रेट हूँ और हृदय से मसिजीवी हूँ । भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से सेवानिवृत्त होकर सम्प्रति लखनऊ में निवास कर रहा हूं। मैं प्रतिलिपि पर लगभग जून 2021 से आया हूं। मैंने अनेकानेक विषयों पर कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं और जैसे-जैसे समय उपलब्ध होता है, लिखता रहता हूं। ऐसी टिप्पणी है कि मेरी लेखन शैली मुंशी प्रेमचंद जी की कथा शैली से प्रभावित प्रतीत होती है । जीवन के अनुभवों को साहित्य की विभिन्न विधाओं के माध्यम से कागद पर उकेरा करता हूं। कुछ कविताएं एवं कहानी संग्रह छपे भी हैं।

समीक्षा
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  • author
    Ritu Goel
    21 दिसम्बर 2021
    वाह वाह बहुत खूब अति उत्तम भावपूर्ण प्रस्तुति दिल को छू लेने वाली, प्यारी ,मासूम, एक तरफा प्रेम की अभिव्यक्ति । कहानी अचानक खत्म हो गई आगे क्या हुआ शायद अगले भाग में पता चलेगा...
  • author
    Rina Dhole
    20 दिसम्बर 2021
    अति हृदय स्पर्शी भावपूर्ण अभिव्यक्ति है महोदय आपकी रचना में।कम शब्दों में आपने बहुत बड़ी बात कह दी । सूरत और सीरत का एक साथ मिलना बहुत मुश्किल है। वाह वाह क्या बात है।
  • author
    Rashmi Sharma
    20 दिसम्बर 2021
    bahut hi sunder rachana hai sach m jab maa ya pita m se koi ak nahi rahta is duniya m to bacche samay se pahle hi bade ho jate hain ✍️✍️✍️✍️✍️🙏🙏🙏🙏🙏
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    Ritu Goel
    21 दिसम्बर 2021
    वाह वाह बहुत खूब अति उत्तम भावपूर्ण प्रस्तुति दिल को छू लेने वाली, प्यारी ,मासूम, एक तरफा प्रेम की अभिव्यक्ति । कहानी अचानक खत्म हो गई आगे क्या हुआ शायद अगले भाग में पता चलेगा...
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    Rina Dhole
    20 दिसम्बर 2021
    अति हृदय स्पर्शी भावपूर्ण अभिव्यक्ति है महोदय आपकी रचना में।कम शब्दों में आपने बहुत बड़ी बात कह दी । सूरत और सीरत का एक साथ मिलना बहुत मुश्किल है। वाह वाह क्या बात है।
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    Rashmi Sharma
    20 दिसम्बर 2021
    bahut hi sunder rachana hai sach m jab maa ya pita m se koi ak nahi rahta is duniya m to bacche samay se pahle hi bade ho jate hain ✍️✍️✍️✍️✍️🙏🙏🙏🙏🙏