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रिद्धि के सपने

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पिछले भाग मे हमने पढ़ा की अजय और रंजीत जी के बिच मे बहुत बहस हो गयी थी, रंजीत जी उसे बहुत तरीके से समझने की कोशिश करते है पर अजय अब भी रंजीत जी की कोई बात मानता है इसी बहस के कारण रंजीत जी अजय को अपने घर से निकाल देते है वो भी गुस्से मे दो बात रंजित जी और. बिनीता जी को सुनाकर घर से निकल गया , दूसरी तरफ आज राजीव रूही कबीर और रूचि के साथ बैंगलोर शिफ्ट होने के निकल रहे थे मेनका जी उसे रूही को देखते हुए बोली जब भी दोनो को टाइम मिले तो जल्दी आने को कोशिश करना, हम सब तुम्दोनो का इंतज़ार करेंगे बोल देती ...

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देवांशी का श्रवण से मिलना
देवांशी का श्रवण से मिलना
Natasha sahu साहू "नेहा"
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Natasha sahu साहू

मुझमे कुछ खास नही है बस कुछ शब्दों को पिरो कर कहानी मे बदलने की कोशिश् करती हु। ताकि आप सबके खाली वक़्त मे आपका मन को बेहला सके

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