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रस्सी

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तेरी इस हां और ना के कशमकश में अधरझूल सी रहती              मेरी चाहत औ अरमान से बंधी अधखुली गांठ सी रस्सी ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Writer
    31 जनवरी 2020
    ji bikul.sahi kaha aapne
  • author
    Aditi Tandon
    31 जनवरी 2020
    सुंदर पंक्तियां
  • author
    Neha Khare "Noor"
    31 जनवरी 2020
    बहुत ख़ूब मैम 👌👌🙏
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    31 जनवरी 2020
    ji bikul.sahi kaha aapne
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    Aditi Tandon
    31 जनवरी 2020
    सुंदर पंक्तियां
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    Neha Khare "Noor"
    31 जनवरी 2020
    बहुत ख़ूब मैम 👌👌🙏