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राष्ट्र गीत

4.9
35

🌹चीन छीन देश का गुलाब ले गया ताशकंद में वतन का लाल सो गया मिट गयी सिंधुर चूड़ियाँ हुई मौन खिड़कियों से दो नयन निहारते रहें जीतने के बाद बाजी हारते गये चीन चीन देश का गुलाब ले गया ताशकंद में वतन का लाल ...

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लेखक के बारे में
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S Shukla

Love is life treating me

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    27 जून 2020
    यह गीत कविवर आत्म प्रकाश शुक्ला जी के द्वारा लिखा गया है हमारे महान बलिदानी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के ताशकंद में हुए समझौते के समय असामयिक निधन के अवसर पर और चीन के घात पर मिलाकर लिखी गई है कविता अद्भुत है। प्रतिलिपि के मंच पर आदरणीय आत्म प्रकाश शुक्ल जी की इस रचना को प्रस्तुत करने के लिए आपको कोटिश: बधाई
  • author
    पूनम रानी
    27 जून 2020
    जय हिंद🙏🇮🇳बहुत अच्छा किया जो गीत यहाँ लिख दिया।
  • author
    बहुत खूबसूरत मेरी देश भक्ति की रचना भारत चीन वर्तमान विवाद के संदर्भ में गुरु तेज सिंह अवश्य पढ़िए
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    27 जून 2020
    यह गीत कविवर आत्म प्रकाश शुक्ला जी के द्वारा लिखा गया है हमारे महान बलिदानी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के ताशकंद में हुए समझौते के समय असामयिक निधन के अवसर पर और चीन के घात पर मिलाकर लिखी गई है कविता अद्भुत है। प्रतिलिपि के मंच पर आदरणीय आत्म प्रकाश शुक्ल जी की इस रचना को प्रस्तुत करने के लिए आपको कोटिश: बधाई
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    पूनम रानी
    27 जून 2020
    जय हिंद🙏🇮🇳बहुत अच्छा किया जो गीत यहाँ लिख दिया।
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    बहुत खूबसूरत मेरी देश भक्ति की रचना भारत चीन वर्तमान विवाद के संदर्भ में गुरु तेज सिंह अवश्य पढ़िए