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रामचरितमानस - उत्तरकाण्ड

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<div>रामचारितमानस गोस्वामी तुलसीदास द्वारा अवधी भाषा में लिखा हुआ महकाव्य है।&nbsp;</div> <div>&nbsp;</div> <div>भगवान श्रीराम की कहानी बताने वाला ये ग्रंथ पूरी हिन्दुओं के हिन्दुओं के लिये अति ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : गोस्वामी तुलसीदास(मूलनाम: रामबोला) जन्म : 9 सितंबर 1497, राजापुर(चित्रकूट, उत्तर प्रदेश) देहावसान : 7 जनवरी 1623, असि घाट, वाराणसी(उत्तर प्रदेश) भाषा : हिन्दी, अवधी, संस्कृत विधाएँ : दोहे, छंद, चौपाई गोस्वामी तुलसीदास भारत के सबसे प्रसिद्ध रचनाकारों में से एक हैं, उनकी कालजयी रचना &#39;राम चरित मानस&#39; जो कि वाल्मीकि कृत &#39;रामायण&#39; का अवधी भाषांतर है हिन्दुओं में बड़े चाव से पड़ा जाता है। तुलसीदास को कुछ लोग वाल्मीकि का अवतार भी मानते हैं जिसकी वजह से उनका एक उपनाम अभिनव-वाल्मीकि भी है। तुलसीदास भगवान श्रीराम के परम भक्त थे एवं उन्होने राम चरित मानस के अलावा विनय-पत्रिका, कवितावली, गीतावली जैसी अनेक प्रतिष्ठित रचनाओं का सृजन भी किया है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    mankchand bhadu "Mankchand bhadu"
    19 सितम्बर 2019
    good
  • author
    Jp Shrivastava
    07 अक्टूबर 2021
    श्री राम चरित मानस के उत्तर काँड की अति उत्तम प्रस्तुति के लिए ,,प्रतिलिपि ,, को सादर हार्दिक अभिवन्दन्.... धन्याति धन्य है.....🙏🌺
  • author
    Radhey Shyam Rai
    01 अक्टूबर 2021
    रामायण सत कोटि अपारा । राम चरित मानस आज के पारिवारिक प्रेम व्यवहार से रहने की सीख लेनी चाहिए ।
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    mankchand bhadu "Mankchand bhadu"
    19 सितम्बर 2019
    good
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    Jp Shrivastava
    07 अक्टूबर 2021
    श्री राम चरित मानस के उत्तर काँड की अति उत्तम प्रस्तुति के लिए ,,प्रतिलिपि ,, को सादर हार्दिक अभिवन्दन्.... धन्याति धन्य है.....🙏🌺
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    Radhey Shyam Rai
    01 अक्टूबर 2021
    रामायण सत कोटि अपारा । राम चरित मानस आज के पारिवारिक प्रेम व्यवहार से रहने की सीख लेनी चाहिए ।