<div>रामचारितमानस गोस्वामी तुलसीदास द्वारा अवधी भाषा में लिखा हुआ महकाव्य है। </div> <div> </div> <div>भगवान श्रीराम की कहानी बताने वाला ये ग्रंथ पूरी हिन्दुओं के हिन्दुओं के लिये अति ...
मूल नाम : गोस्वामी तुलसीदास(मूलनाम: रामबोला) जन्म : 9 सितंबर 1497, राजापुर(चित्रकूट, उत्तर प्रदेश) देहावसान : 7 जनवरी 1623, असि घाट, वाराणसी(उत्तर प्रदेश) भाषा : हिन्दी, अवधी, संस्कृत विधाएँ : दोहे, छंद, चौपाई गोस्वामी तुलसीदास भारत के सबसे प्रसिद्ध रचनाकारों में से एक हैं, उनकी कालजयी रचना 'राम चरित मानस' जो कि वाल्मीकि कृत 'रामायण' का अवधी भाषांतर है हिन्दुओं में बड़े चाव से पड़ा जाता है। तुलसीदास को कुछ लोग वाल्मीकि का अवतार भी मानते हैं जिसकी वजह से उनका एक उपनाम अभिनव-वाल्मीकि भी है। तुलसीदास भगवान श्रीराम के परम भक्त थे एवं उन्होने राम चरित मानस के अलावा विनय-पत्रिका, कवितावली, गीतावली जैसी अनेक प्रतिष्ठित रचनाओं का सृजन भी किया है।
<div id="yui_3_9_1_18_1410638658441_64"> <p><strong>मूल नाम</strong><strong> :</strong> गोस्वामी तुलसीदास(मूलनाम: रामबोला)</p> <p><strong>जन्म</strong><strong> :</strong> 9 सितंबर 1497, राजापुर(चित्रकूट, उत्तर प्रदेश)</p> <p><strong>देहावसान :</strong> 7 जनवरी 1623, असि घाट, वाराणसी(उत्तर प्रदेश)</p> <p><strong>भाषा</strong><strong> :</strong> हिन्दी, अवधी, संस्कृत</p> <strong>विधाएँ :</strong> दोहे, छंद, चौपाई <br /> </div> <div id="yui_3_9_1_18_1410638658441_64">गोस्वामी तुलसीदास भारत के सबसे प्रसिद्ध रचनाकारों में से एक हैं, उनकी कालजयी रचना 'राम चरित मानस' जो कि वाल्मीकि कृत 'रामायण' का अवधी भाषांतर है हिन्दुओं में बड़े चाव से पड़ा जाता है। तुलसीदास को कुछ लोग वाल्मीकि का अवतार भी मानते हैं जिसकी वजह से उनका एक उपनाम अभिनव-वाल्मीकि भी है। तुलसीदास भगवान श्रीराम के परम भक्त थे एवं उन्होने राम चरित मानस के अलावा विनय-पत्रिका, कवितावली, गीतावली जैसी अनेक प्रतिष्ठित रचनाओं का सृजन भी किया है।</div>
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