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रजाई में पड़े रहो......

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Happy thandi .. वीर तुम अड़े रहो , रजाई में पड़े रहो चाय का मजा रहे , पकोड़ी में सजा रहे मुह कभी रुके नही, रजाई कभी उठे नही वीर  तुम अड़े रहो , रजाई में पड़े रहो माँ की लताड़ हो, या बाप की दहाड़ ...

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लेखक के बारे में

"" If you can't understand my silence , you will never understand my words...l"" Birthday 30Aug Navodayan Favrate Story :- नियति.... जागृति जोशी पशमीना.... शालिनी सिंह मेरी सामने वाली खिड़की ...वर्षा मैम पतंगा ....... वर्षा मैम

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pretty girl 😍😍
    30 డిసెంబరు 2021
    😂😂😂wahh brother kya likha h aapne very nice lines great 👏👏👏👏👌👌👍👍👍😁🤗🤗🤗
  • author
    30 డిసెంబరు 2021
    बचपन के एक हिंदी की कविता याद आ गई वीर तुम बढ़े चलो धीर तुम बढ़े चलो सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो, 😂😂😂😂😂 उसका न्यू वर्जन बहुत अच्छा लिखा है आपने, पढ़कर हंसी रुक नहीं रही है।
  • author
    Hirtika "Riddhi"
    30 డిసెంబరు 2021
    😂😂😂😂😂🤣🤣🤣🤣😂wah bhai ...ham bhi datee hi h aap bhi datee hi rho 😂
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    Pretty girl 😍😍
    30 డిసెంబరు 2021
    😂😂😂wahh brother kya likha h aapne very nice lines great 👏👏👏👏👌👌👍👍👍😁🤗🤗🤗
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    30 డిసెంబరు 2021
    बचपन के एक हिंदी की कविता याद आ गई वीर तुम बढ़े चलो धीर तुम बढ़े चलो सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो, 😂😂😂😂😂 उसका न्यू वर्जन बहुत अच्छा लिखा है आपने, पढ़कर हंसी रुक नहीं रही है।
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    Hirtika "Riddhi"
    30 డిసెంబరు 2021
    😂😂😂😂😂🤣🤣🤣🤣😂wah bhai ...ham bhi datee hi h aap bhi datee hi rho 😂