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राजा बेटा

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ये मेरी निजी राय है, किसी को ठेस पहुंचाने का मकसद नहीं। इसे अपनाना ना अपनाना के लिए स्वतंत्र है।                 हर किसी के माता पिता के लिए उनका बेटा, राजा बेटा ही होता है। वो तो ठीक है, ...

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लेखक के बारे में
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Rajesh Jangir

बस लिखने का जुनून है।

समीक्षा
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    Minakshi Sharma
    25 जून 2021
    श्रीमान् जी काश ऐसा हो पाता परंतु बेटियों की किस्मत ऐसी नहीं होती क्योंकि वो बेटी है बेटा नहीं और फिर हमारे समाज में तो कई जगह ऐसी हैं जहाँ आज भी बेटियों को जन्म लेते ही मार दिया जाता है। मैं भी एक माँ हूँ और मैं अपनी बेटी से बहुत प्यार करती हूँ। और कोशिश यही है कि उसे हर खुशी दूँ। आपकी इस रचना में जो दर्द है उसे एक माँ और एक बेटी ही समझ सकती है। धन्यवाद श्रीमान् जी इतनी सुंदर रचना के लिए। 👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🍫🍫🍫🍫❤❤💕💕💕💕💐💐💐💐
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    24 जून 2021
    अच्छा कटाक्ष किया है आपने, लेकिन पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती सर,आज भी बहुत से राजा बेटा और रानी बिटिया अपने मां बाप का नाम रोशन कर रहे हैं उनकी सेवा कर रहे हैं, ये उनके संस्कार हैं आपने काफी हद तक सही कहा है , लेकिन इसको समाज में उतारना काफी कठिन हो जाएगा
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    24 जून 2021
    कहते हैं धुआं वहीं से निकलता है जहां आग होती है.....आपने जो कहा वो गलत नहीं है...बेटा बेटी का फर्क आज भी ज्यों का त्यों है...कुछ ऊंगलियों पर गिने जाने वालेउदाहरणों से समाज नहीं बदलता... आपने बिल्कुल सही कहा है....👍👍✍️✍️🙏🙏
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    Minakshi Sharma
    25 जून 2021
    श्रीमान् जी काश ऐसा हो पाता परंतु बेटियों की किस्मत ऐसी नहीं होती क्योंकि वो बेटी है बेटा नहीं और फिर हमारे समाज में तो कई जगह ऐसी हैं जहाँ आज भी बेटियों को जन्म लेते ही मार दिया जाता है। मैं भी एक माँ हूँ और मैं अपनी बेटी से बहुत प्यार करती हूँ। और कोशिश यही है कि उसे हर खुशी दूँ। आपकी इस रचना में जो दर्द है उसे एक माँ और एक बेटी ही समझ सकती है। धन्यवाद श्रीमान् जी इतनी सुंदर रचना के लिए। 👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🍫🍫🍫🍫❤❤💕💕💕💕💐💐💐💐
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    24 जून 2021
    अच्छा कटाक्ष किया है आपने, लेकिन पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती सर,आज भी बहुत से राजा बेटा और रानी बिटिया अपने मां बाप का नाम रोशन कर रहे हैं उनकी सेवा कर रहे हैं, ये उनके संस्कार हैं आपने काफी हद तक सही कहा है , लेकिन इसको समाज में उतारना काफी कठिन हो जाएगा
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    24 जून 2021
    कहते हैं धुआं वहीं से निकलता है जहां आग होती है.....आपने जो कहा वो गलत नहीं है...बेटा बेटी का फर्क आज भी ज्यों का त्यों है...कुछ ऊंगलियों पर गिने जाने वालेउदाहरणों से समाज नहीं बदलता... आपने बिल्कुल सही कहा है....👍👍✍️✍️🙏🙏