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प्यारी दुल्हनिया

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वाह री दुल्हनिया - ------------------------ देखते देखते जवां हो गई , मेहंदी उसकी रच गई है । सारी सहेलियां इसकी पूछे , वो किसकी होनेवाली है ? हमने इसके प्यार को समझा , जिसको पसंद वो करती है । ...

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लेखक के बारे में

शिक्षा - M.A (sociology) , osmania university सारस्वत सम्मान - विद्यावाचस्पति " भारत गौरव " उपाधि प्राप्त पांच पुस्तकों के लेखक मेरा हैदराबाद में ही निवास है । ईश्वर ने हमे प्रकृति दी , हमे इस पृथ्वी पर भेजा । क्यों नहीं हम , इस प्रकृति सम्मत जीवन का पूर्ण आनद ले ? शब्दों की अभिव्यक्ति ही , इंसान की पहचान बनाती है ।

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    श्री हरि
    17 जून 2020
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    17 जून 2020
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