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प्यार तो ऐसा ही होता है...

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जिंदगी अनिश्चित होती है,इसमें कभी भी कुछ भी हो सकता है,और प्यार...वो तो इस जिंदगी से भी दो कदम आगे है। ये कब होगा,कहाँ होगा और किससे होगा कुछ कहा नहीं जा सकता।जिंदगी और प्यार इन दोनों को ही मैंने ...

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लेखक के बारे में
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रावल विकास

खुद ही इच्छा, खुद ही मंजिल और खुदी मैं बाधा हूँ, खुदी सफर हूँ,खुदी को खोता और खुदी को पाता हूँ।

समीक्षा
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    14 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    सच में ,प्यार कब कहां ,किससे ,किस वक्त ,किस उम्र में हो जाए पता नहीं होता है। ये वो एहसास है जो लफ्जो में बयां नहीं होता 💞💕💕
  • author
    14 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    खूबसूरत जिसने जिया जानता है क्या होता है प्यार खोना पाना मायने नही रखता 👌👌👌👌
  • author
    Abha Krishna
    14 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    बहुत सुंदर भावनाओं से भरी हुई अभिव्यक्ति। वास्तव में प्यार तो ऐसी ही अनुभूति का नाम है,न रूप है ना रंग है न स्वार्थ है ना लालच है,बस दर्द है कसक है डूब जाता है , परिपक्व हो जाता है।प्यार की परिभाषा बयां करना बहुत मुश्किल है।आग में तपकर निकला हुआ कुंदन। भाषा और अभिव्यक्ति दोनों ही श्रेष्ठ।
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    14 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    सच में ,प्यार कब कहां ,किससे ,किस वक्त ,किस उम्र में हो जाए पता नहीं होता है। ये वो एहसास है जो लफ्जो में बयां नहीं होता 💞💕💕
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    14 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    खूबसूरत जिसने जिया जानता है क्या होता है प्यार खोना पाना मायने नही रखता 👌👌👌👌
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    Abha Krishna
    14 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    बहुत सुंदर भावनाओं से भरी हुई अभिव्यक्ति। वास्तव में प्यार तो ऐसी ही अनुभूति का नाम है,न रूप है ना रंग है न स्वार्थ है ना लालच है,बस दर्द है कसक है डूब जाता है , परिपक्व हो जाता है।प्यार की परिभाषा बयां करना बहुत मुश्किल है।आग में तपकर निकला हुआ कुंदन। भाषा और अभिव्यक्ति दोनों ही श्रेष्ठ।