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प्यार कोई कान्स्टेंट टर्म नहीं है

4.2
5410

”तुम्हारी आंखों में मुझे वह पहले जैसा प्यार और आत्मीयता दिखाई नहीं देती,” उसने यह वाक्य कहने को तो कह दिया, लेकिन उसे लगा कि अचानक वह बहुत छोटा हो गया है। उसने उसकी आंखों में न देखते हुए दोबारा कहा, ...

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लेखक के बारे में
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Go Go Gourav "Writer"
    13 अगस्त 2019
    अच्छी कहानी। दोनों के बीच के और कुछ बातें बताई जाती तो और मज़ा आता।
  • author
    Rajeev Saxena
    10 फ़रवरी 2021
    कहानी में प्यार में उतार चढ़ाव बहुत ही कुशलता से दिखाया गया है, जिस प्रकार जीवन बदलता रहता है उसी प्रकार प्यार की शर्तें अपनत्व भी परिवर्तनशील रहता है। कहानी उत्कृष्ट है अच्छे लेखन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
  • author
    सुनील वर्मा
    27 अगस्त 2017
    Behtareen kahani.
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    Go Go Gourav "Writer"
    13 अगस्त 2019
    अच्छी कहानी। दोनों के बीच के और कुछ बातें बताई जाती तो और मज़ा आता।
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    Rajeev Saxena
    10 फ़रवरी 2021
    कहानी में प्यार में उतार चढ़ाव बहुत ही कुशलता से दिखाया गया है, जिस प्रकार जीवन बदलता रहता है उसी प्रकार प्यार की शर्तें अपनत्व भी परिवर्तनशील रहता है। कहानी उत्कृष्ट है अच्छे लेखन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं।
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    सुनील वर्मा
    27 अगस्त 2017
    Behtareen kahani.