पुत्र-यज्ञ मेरे कस्बे में लंगड़ा पंडित मशहूर थे |सभी हिन्दू घरों में पूजा-पाठ,शादी-ब्याह वे ही कराते थे |क्या मजाल कि कोई दूसरा पंडित आस-पास फटक भी जाए|वैसे भी कस्बे वालों का उन पर बहुत ही ...
पुत्र-यज्ञ मेरे कस्बे में लंगड़ा पंडित मशहूर थे |सभी हिन्दू घरों में पूजा-पाठ,शादी-ब्याह वे ही कराते थे |क्या मजाल कि कोई दूसरा पंडित आस-पास फटक भी जाए|वैसे भी कस्बे वालों का उन पर बहुत ही ...