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पुत्र यज्ञ और अन्य लघु कथाएँ

4.5
2609

पुत्र-यज्ञ मेरे कस्बे में लंगड़ा पंडित मशहूर थे |सभी हिन्दू घरों में पूजा-पाठ,शादी-ब्याह वे ही कराते थे |क्या मजाल कि कोई दूसरा पंडित आस-पास फटक भी जाए|वैसे भी कस्बे वालों का उन पर बहुत ही ...

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लेखक के बारे में

जन्म – ०३ अगस्त को पूर्वी उत्तर-प्रदेश के पड़रौना जिले में | आरम्भिक शिक्षा –पड़रौना में | उच्च-शिक्षा –गोरखपुर विश्वविद्यालय से “’प्रेमचन्द का साहित्य और नारी-जागरण”’ विषय पर पी-एच.डी | प्रकाशन –आलोचना ,हंस ,वाक् ,नया ज्ञानोदय,समकालीन भारतीय साहित्य,वसुधा,वागर्थ,संवेद सहित राष्ट्रीय-स्तर की सभी पत्रिकाओं तथा जनसत्ता ,राष्ट्रीय सहारा,दैनिक जागरण,हिंदुस्तान इत्यादि पत्रों के राष्ट्रीय,साहित्यिक परिशिष्ठों पर ससम्मान कविता,कहानी ,लेख व समीक्षाएँ प्रकाशित | अन्य गतिविधियाँ-साहित्य के अलावा स्त्री-मुक्ति आंदोलनों तथा जन-आंदोलनों में सक्रिय भागेदारी |२००० से साहित्यिक संस्था ‘सृजन’के माध्यम से निरंतर साहित्यिक गोष्ठियों का आयोजन | साथ में अध्यापन भी | प्रकाशित कृतियाँ –कविता-संग्रह – मछलियाँ देखती हैं सपने [२००२]लोकायत प्रकाशन,वाराणसी दुःख-पतंग [२००७],अनामिका प्रकाशन,इलाहाबाद जिंदगी के कागज पर [२००९],शिल्पायन ,दिल्ली माया नहीं मनुष्य [२००९],संवेद फाउंडेशन जब मैं स्त्री हूँ [२००९],नयी किताब,नयी दिल्ली सिर्फ कागज पर नहीं[२०१२],वाणी प्रकाशन,नयी दिल्ली क्रांति है प्रेम [2015]वाणी प्रकाशन,नयी दिल्ली प्रकृति स्त्री है(2018)बोधि प्रकाशन,जयपुर कहानी-संग्रह –तुम्हें कुछ कहना है भर्तृहरि [२०१०]शिल्पायन,दिल्ली औरत के लिए [२०१३]बोधि प्रकाशन,जयपुर कैसे लिखूँ उजली कहानी(२018)अनुज्ञा प्रकाशन,कानपुर लेख-संग्रह –स्त्री और सेंसेक्स [२०११]सामयिक प्रकाशन ,नयी दिल्ली तुम करो तो पूण्य हम करें तो पाप(2017)नई किताब,दिल्ली उपन्यास -..और मेघ बरसते रहे ..[२०१३],सामयिक प्रकाशन नयी दिल्ली त्रिखंडिता [2017]वाणी प्रकाशन,नयी दिल्ली सम्मान अ .भा .अम्बिका प्रसाद दिव्य पुरस्कार[मध्य-प्रदेश]पुस्तक –मछलियाँ देखती हैं सपने| भारतीय दलित –साहित्य अकादमी पुरस्कार [गोंडा ] स्पेनिन साहित्य गौरव सम्मान [रांची,झारखंड]|पुस्तक-मछलियाँ देखती हैं सपने | विजय देव नारायण साही कविता सम्मान [लखनऊ,हिंदी संस्थान ]पुस्तक –सिर्फ कागज पर नहीं | भिखारी ठाकुर सम्मान [सीवान,बिहार ] संपर्क –सृजन-ई.डब्ल्यू.एस-२१०,राप्ती-नगर-चतुर्थ-चरण,चरगाँवा,गोरखपुर,पिन-२७३013 |मोबाइल-०९४५१८१४९६७| ईमेल[email protected]

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Akash Tomar
    07 जून 2017
    Bahut sundar Chotha rasta Or kumbhipak visesh roop se sarahneey h
  • author
    Pawan Singh
    23 अप्रैल 2019
    बहुत अच्छी कहानी
  • author
    शोभा शर्मा
    08 अगस्त 2018
    मार्मिक कथाएं
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Akash Tomar
    07 जून 2017
    Bahut sundar Chotha rasta Or kumbhipak visesh roop se sarahneey h
  • author
    Pawan Singh
    23 अप्रैल 2019
    बहुत अच्छी कहानी
  • author
    शोभा शर्मा
    08 अगस्त 2018
    मार्मिक कथाएं