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पुस्तक लोकार्पण

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श्री एच. डी. कंसवाल "हंस" जी ने दिनांक 29/08/2021 को अपनी चार पुस्तकों का लोकार्पण किया है। जिनका विवरण प्रस्तुत है। 1*मन की बात 2*मन से मत हार 3*पहाड़ का पत्थर हूं मैं 4*एक आस जरूरी है आप हिन्दी ...

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लेखक के बारे में
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harit virsingh

बी. एस. सी. (कृषि), बी. एड., साहित्यरत्न, परास्नातक (हिंदी, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र), आशुलिपिक (हिंदी), प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र (फसल काटने के बाद तकनीक एवं खाद्यानों का वैज्ञानिक तरीकों से निरीक्षण और भंडारण।) वर्तमान में दिल्ली प्रशासन प्रशिक्षित स्नातक हिंदी के पद पर कार्यरत। 'चेतना" (काव्य-संग्रह) पुस्तक प्रकाशित, हिंदी साहित्य विकास परिषद द्वारा प्रकाशित "आवाज़" और "झंकार" में रचनाओं का चयन। डॉ० उदयवीर सिंह द्वारा प्रकाशित "नई उमंगे" और "काव्य उपवन"में रचनाओं का चयन, मूकवक्ता, दलित टुडे और धम्म दर्पण पत्रिकाओं में रचनाओं का चयन। ट्र मीडिया पर समय-समय पर कविता पाठ।

समीक्षा
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    डेजी Goswami
    12 अक्टूबर 2021
    मन की बात सुनो ,लेकिन मन से हारो मत। हौसले पत्थर की तरह मजबूत रहने चाहिए और मन में जीतने की आस होनी चाहिएं। बहुत सुंदर पंक्तियां लिखी है आपने‌🙏🙏
  • author
    30 अगस्त 2021
    बेहतरीन पंक्तियां लिखी हैं आपने, मौजूद है दशरथ मांझी, बिलकुल सत्य कहा
  • author
    Seema Bano
    30 अगस्त 2021
    बहुत सुंदर प्रस्तुति
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    डेजी Goswami
    12 अक्टूबर 2021
    मन की बात सुनो ,लेकिन मन से हारो मत। हौसले पत्थर की तरह मजबूत रहने चाहिए और मन में जीतने की आस होनी चाहिएं। बहुत सुंदर पंक्तियां लिखी है आपने‌🙏🙏
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    30 अगस्त 2021
    बेहतरीन पंक्तियां लिखी हैं आपने, मौजूद है दशरथ मांझी, बिलकुल सत्य कहा
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    Seema Bano
    30 अगस्त 2021
    बहुत सुंदर प्रस्तुति